एक सफल व्यक्ति बनने के लिए शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहना अति आवश्यक है। इसका प्रारंभ योग और व्यायाम से होता है। योग के माध्यम से शरीर और आत्मा को संयमित किया जाता है।
छात्राएँ अपने कार्यों में कुशल एवं प्रतिकूलताओं में स्थिर रह सकें एवं सार्वभौमिक चेतना का विकास कर सकें, साथ ही साथ भावात्मक एकीकरण एवं आध्यात्मिक ऊँचाई को स्पर्श कर सकें एवं अपनी अनंत शक्ति का विस्तार कर सकें। इन भावनाओं के साथ योग अभ्यास कराना प्रतिभास्थली की कार्ययोजना में सम्मिलित है।छात्राएँ अपने कार्यों में कुशल एवं प्रतिकूलताओं में स्थिर रह सकें एवं सार्वभौमिक चेतना का विकास कर सकें, साथ ही साथ भावात्मक एकीकरण एवं आध्यात्मिक ऊँचाई को स्पर्श कर सकें एवं अपनी अनंत शक्ति का विस्तार कर सकें। इन भावनाओं के साथ योग अभ्यास कराना प्रतिभास्थली की कार्ययोजना में सम्मिलित है।